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आधुनिक भारतीय राजनीतिक चिन्तन में आधुनिकता
सशीज हेगड़े : प्रस्तुत लेख में आधुनिक भारत में बौद्धिक एवं वैचारिक इतिहास में ‘आधुनिकता’ को […]
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ग्राम्शी : प्राधान्य का सिद्धान्त
थामस आर. बेट्स : एन्टोनियो ग्राम्शी 20वीं सदी के पूर्वाद्ध का एक महत्वपूर्ण मार्क्सवादी विचारक था. […]
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हन्ना एरेन्ट का राजनीतिक दर्शन
लिरॉय ए. कपूर : हाल के वर्षों में सहभागी सरकारों की संभाव्यता एवं महत्व पर लगातार […]
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सिमॉन द् बुवॉ : समकालीन नारीवादी विचारक
कैरेन विन्ट्जेज़ : सिमॉन द् बुवॉ की कृति ‘दि सेकेण्ड सेक्स’ समकालीन नारीवाद के लिए एक […]
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मैक्फर्सन का लोकतान्त्रिक सिद्धान्त
माइकल क्लार्क एवं रिक टिल्मैन : लोकतान्त्रिक सिद्धान्तों एवं व्यवहार का उद्भव एक लम्बी एवं श्रमसाध्य […]
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फूको : शक्ति की अवधारणा
नाथन विडर : जब समाज विज्ञान व मानविकी में फूको के विचारों का महत्व घट रहा […]
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एडवर्ड बर्नस्टीन और संशोधनवाद
डेविड डब्लू. मार्गन : बर्नस्टीन ‘संशोधनवाद के जनक’ के रूप में विख्यात है. उसे सन् 1890 […]
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वाल्ज़र : उदारवाद की समुदायवादी समालोचना
(माइकल वाल्ज़र के विचारों को अभिव्यक्त करने वाला यह लेख स्वयं वाल्ज़र द्वारा लिखित है. […]